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PRIORITY PROJECTS

Executing Agencies - 30
Projects - 147
Projects Value - 23,227.71 Cr

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Executing Agencies - 37
Projects - 300
Projects Value - 32,528.26 Cr

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About Us

अथर्ववेद में यौगिक प्रतीक के रूप में अयोध्या का उल्लेख है- अष्टचक्रा नवद्वारा देवानां पूरयोध्या। तस्यां हिरण्मयः कोशः स्वर्गो ज्योतिषावृतः॥ (अथर्ववेद -- १०.२.३१).

रामायण के अनुसार अयोध्या की स्थापना मनु ने की थी। यह पवित्र स्थल पुरी सरयू के तट पर बारह योजन (लगभग १४४ कि.मी) लम्बाई और तीन योजन (लगभग ३६ कि.मी.) चौड़ाई में बसी थी। कभी अयोध्या को साकेत या अवध नाम से भी जाना जाता था, जो सभ्य भारत की छठी शताब्दी में एक प्रमुख शहर माना जाता था। वास्तव में, बुद्ध काल में, साकेत पर प्रसेनदी का शासन था, जिसकी राजधानी श्रावस्ती थी। मौर्य काल में भी साकेत की प्रमुखता जारी रही|

भारत की स्वतंत्रता के बाद, अयोध्या को उत्तर प्रदेश में आध्यात्मिक रूप से एक प्रमुख शहर का दर्जा प्राप्त है। अयोध्या भारत के सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक शहरों में से एक है और यह शहर भगवान श्री राम से जुड़ा हुआ है। यह एक ऐसा स्थान है जहां प्रसिद्ध श्री राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।

अयोध्या का गौरवशाली अतीत रहा है और अयोध्या में दुनिया भर से बड़ी संख्या में श्री राम के भक्त आते हैं इसलिए अयोध्या को उसके पुराने गौरव की ओर ले जाने के क्रम में अनेक विकास कार्य किये जा रहे हैं, जिनमें अयोध्या विकास प्राधिकरण की मुख्य भूमिका है।

अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) क्षेत्र ८७३.५ वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और वर्तमान आबादी ११.५ लाख ( १.१५ मिलियन) है। २०२४ श्री राम जन्मभूमि मंदिर का काम पूरा हो जाने के बाद अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि (प्रतिदिन १००,०००) अनुमानित है ।श्री राम जन्मभूमि मंदिर का काम पूरा होने के साथ ही अयोध्या वैश्विक आध्यात्मिक और पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थल बनेगा।

अनुमान है कि २०४७ तक अयोध्या में सालाना १० करोड़ (१०० मिलियन) से ज्यादा श्रद्धालु आ सकता है। आएगा। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार शहर में आगंतुकों की संख्या में भारी वृद्धि के कारण बुनियादी ढांचे और क्षेत्र विकास परियोजनाओं को विकसित करने की प्रक्रिया में हैं।

अयोध्या विजन 2047 - परियोजनाओं का कार्यान्वयन

सांस्कृतिक अयोध्या

अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत पूर्व में सूर्यवंषियों के राज्य से निकलती है, जिसका नवीनीकरण करने के लिए अधिकतम प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में अयोध्या के सांस्कृतिक संरक्षण के लिए 08 कुण्डों के कायाकल्प तथा संरक्षण, संचालन और रख-रखाव का कार्य चित्र और कलाकृति के माध्यम से पुनरूद्धार एवं संरक्षण का कार्य, रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत अयोध्या में विकास कार्य, बहुभाषी दृष्य श्रव्या प्रदर्षन के लिए अन्तर्राष्ट्रीय राम कथा संग्रहालय और आर्ट गैलेरी, सांस्कृतिक कलाम मंच का निर्माण कार्य, अयोध्या शोध संस्थान, योजना के अन्तर्गत तुलसी स्मारक भवन का अत्याधुनिकरण और निर्माण का कार्य प्रगति पर है।

परियोजना - अयोध्या में भित्ति चित्र और कलाकृति

परियोजना- रामायण सर्किट थीम के अन्तर्गत मल्टीलेवल पार्किंग

परियोजना- पी.एम.ए.वाई. योजना के अंतरगत लाभार्थियों को मकानों की चाभी वितरण

परियोजना- मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत घर निर्माण

आधुनिक अयोध्या

अयोध्या शहर को मानक मानदण्डों के अनुसार विकसित करने तथा बिजली, पानी, षिक्षा जैसे उन्नत सेवाओं से संतृृप्त आकृति केन्द्र के रूप् में विकास करने का कार्य प्रगति पर है, जिसके लिए अयोध्या के 133 sqkm क्षेत्रफल के लिए जी0आई0एस0 आधारित मास्टर प्लान तैयार किया गया है और साथ ही 740 sqkm क्षेत्र के लिए मास्टर प्ला बनाने का कार्य प्रस्तावित है। वैदिक सिद्धांतों पर आधाारित अयोध्या के निकट 1200 आकार में एक नयी टाउनषिप का निर्माण करवाया जाना है। साथ ही इच्छुक लाभार्थियों के लिए प्रधान मंत्री आवास योजना (षहरी) के अन्तर्गत 384 घरों का निर्माण और चीफ मिनिस्टर हाउसिंग स्कीम के अन्तर्गत 134 घरों का निर्माण करवाया जा रहा है और साथ ही पेयजल व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पाइप लाइन बिछाने, ओवरहेड टैंक , नलकूपों आदि का कार्य प्रगति पर है।

सुगम्य अयोध्या

सुगम्य अयोध्या बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रीय स्थानान्तरण बिन्दुओं के अयोध्या के लिए पर्यावरण अनुकूल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली तथा अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कतिक और एतिहासिक छवि को बढ़ाने का कार्य प्रगति पर है। अयोध्या पहुँचने के लिए परिवहन के विभिन्न साधनाओं के विकास का कार्य प्रगति पर है जिसमें वायु मार्ग को सुगम बनाने के लिए आध्यात्मिक मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का निर्माण, अयोध्या रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधा से सुसज्जित किया जाना और सुविधा जनक सड़क यात्रा के लिए अयोध्या मार्गों का चैड़ीकरण शामिल है। अयोध्या नगर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाये रखने के लिए एकीकृत यातायात प्रबंधन प्रणाली को कार्यान्वित किया जा रहा हैं और साथ ही छः विभिन्न जगह पर मल्टी लेवल कार पार्किंग बनाने की योजना भी हैं

परियोजना - अयोध्या के मुख्य मार्गों का निर्माण

परियोजना - मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

परियोजना - समदा झील का कायाकल्प और पुनरक्षण

परियोजना - सूर्य कुंड - सौंदर्यीकरण

सुरम्य अयोध्या

सुगम्य अयोध्या बनाने के लिए शहर की प्राचीन विरासत को आगे बढ़ाने के लिए सौन्दर्य सुधार शहर के विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिसमें वर्तमान में प्राचाीन सूर्य कुण्ड का सौन्दर्यीकरण 67 एकड़ क्षेत्र में फैले समदा झील के कायाकल्प और पुनरक्षण का कार्य, गुप्तार घाट में पार्क, पार्किंग और कियास्क का विकास कार्य, राम की पैड़ी का रिमाडलिंग कार्य, अयोध्या के महत्वपूर्ण स्थल जैसे दषरथ महल, कनक भवन, हनुमानगढ़ी, जानकी मन्दिर, दिगम्बर अखाड़ा एवं राजद्धार मन्दिर में फसाड लाइट का कार्य, अयोध्या बाईपास का सौन्दर्यीकरण और समदा झील के संरक्षण और सौन्दर्यीकरण का कार्य आदि किया जा रहा है।

भावात्मक अयोध्या

अयोध्या शहर की सांस्कृतिक मूल्य और पर्यटक मूल्य को नजर में रखते हुए श्रद्धालुओं को उत्कृष्ट अनुभव प्रदान करने हेतु अधिकतम प्रयास किये जा रहे है, जिसके तहत अयोध्या शहर में अयोध्या दषरथ महल, थरियाकला बिषुन बाबा स्थल, श्रृंगीऋषि आश्रम, क्वीन हो मेमोरियल एवं मौजूदा पर्यटक स्थलों में विकास का कार्य प्रगति पर है और साथ ही पर्यटक सुविधा केन्द्र का निर्माण करने की योजना है।

परियोजना - पर्यटक सुविधा केंद्र

परियोजना - क्वीन हो मेमोरियल

परियोजना- सीता झील में वैज्ञानिक तरीकों से लिगेसी वेस्ट का निस्तारण

परियोजना- फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट

स्वच्छ अयोध्या

उत्तर प्रदेष सरकार द्वारा अयोध्या में स्वच्छता एवं प्रभावी अपषिष्ट प्रबंधन सिद्ध करने के लिए स्वच्छता के अनेक कार्य किये जा रहे है और इस प्रयास को सफल बनाने में अयोध्या नगर निगम अन्य विभागों के साथ जुड़ कर अनेक कार्य जैसे सीता झील में वैज्ञानिक तरीकों से लिगेसी वेस्ट का निस्तारण, अयोध्या की हर गली और चैराहों को स्वच्छ रखने के लिए डोर टू डोर एम0एस0डब्ल्यू0 कलेक्षन एण्ड ट्रांस्पोर्टेषन, रोड की मैकेनिकल स्वीपिंग, शौचालय सेवाओं की मशीनीकृत सफाई के साथ साथ सीवरेज व्यवस्था के लिए एस0टी0पी0 का निर्माण और सीवरेज लाइन बिछाने का कार्य, अयोध्या के नालों की टैपिंग का कार्य आदि सम्मिलित है।

आयुष्मान अयोध्या

अयोध्या में श्री राम मन्दिर के प्रस्तावित निर्माण से निकट भविष्य में श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के दृष्टिगत स्वास्थ्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए अधिकतम प्रयास किये जा रहे है, जिनके तहत 04 आक्सीजन प्लान्ट और 500 बेड की क्षमता वाले राजर्षि दषरथ राजकीय मेडिकल कालेज का निर्माण, मिल्कीपुर में 50 शैया चिकित्सालय मिल्कीपुर, कुमारगंज में 100 शैया चिकित्सालय, देवकाली में डा0 बृजकिषोर मेडिकल कालेज एवं चिकित्सालय, डा0 बृजकिषोर होम्योपैथिक कालेज एवं अस्पताल में विभागीय कक्ष एवं क्लास रूम का निर्माण प्रगति पर है।

परियोजना- 50 शैय्या चिकित्सालय मिल्कीपुर

परियोजना- 100 शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज

परियोजना- केन्द्रीय योजना जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, अयोध्या को सुदृढ़ करने का कार्य

परियोजना- अयोध्या जिले में चार समग्र विद्यालयों का पुनर्निर्माण

सक्षम अयोध्या

अयोध्या शहर को पूर्ण रूप से सक्षम बनाने हेतु और युवाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण, अयोध्या के 49 विद्यालयों का पुनरभरण और साथ ही अयोध्या जिले में 04 समग्र विद्यालयों का पुर्ननिर्माण साथ ही महा विद्यालय एवं आई0टी0आई0 के निर्माण का कार्य प्रगति पर है।

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